लड़के कुत्ते होते है !!!
लड़कों का रोना शुभ नहीं होता है, नहीं, ऐसी मान्यताएं नहीं हैं, पर मुझे लगता है कि लड़कों का रोना अशुभ होता है..मैं जब किसी लड़के को रोते हुए देखता हूँ तो बस यही याद करता हूँ कि मैं आख़िरी बार कब रोया था..
पुरुष रोता नहीं है पर जब वो रोता है, रोम-रोम से रोता है उसकी व्यथा पत्थर में दरार कर सकती है। - हरिशंकर परसाई
लड़के फ़ैल होने पर नहीं रोते, लड़के भूखे रह लेंगे सप्ताह की 4 रातें लेकिन नहीं रोते, लड़के नहीं रोते हैं जब उनके पास महीने के अंतिम दिनों में सुबह की चाय पीने के पैसे नहीं होते हैं, लड़के बाप से जूते खाने के बाद नहीं रोते हैं, लड़के किसी अपने को खो देने के बाद नहीं रोते हैं..अरे ये लड़के तब नहीं रोते जब इनकी प्रेमिका इन्हें छोड़कर चली जाती है, ये तब नहीं रोते जब इनकी प्रेमिका की शादी हो जाती है, या वो किसी और कि हो जाती है...
लड़के अक्सर तब रोया करते हैं जब उनकी समस्याओं का आकार उनके हृदय के आकार से कहीं ज्यादा बड़ा हो जाता है, या उनकी समस्याओं की जड़ें अब उनके हृदय से बाहर निकल आयी हैं, और अब ये जड़ें उनके मष्तिष्क में ज़बरन धँस जाने का प्रयास करने लगी हैं..लड़के अक्सर तब भी मुस्कुराते रहते हैं, उनके अंदर क्या चल रहा है उसे बिना बोले जान लेने का घमंड करने वाली उनकी प्रेमिका को ये पता ही नहीं चलता है कि वो बस उतना जान रही है जितना लड़के उसे ख़ुद बताना चाहते हैं..
लड़के न!! असल में कुत्ते होते हैं
शुरू में बाप की नज़र में,
फ़िर मोहल्ले वालों की नज़र में,
फ़िर रिश्तेदारों की नज़र में,
समाज की नज़र में,
और कभी अगर धोखे से किसी लड़की को ध्यान से देख ले तब भी लड़के कुत्ते ही रहते हैं..
इनकी पूर्व प्रेमिका के लिए ये भूतपूर्व होने के बाद कुत्ते से ज्यादा और कुछ भी नहीं रह जाते है...
और तुमने तो सुना होगा न, कुत्तों का रोना अशुभ होता है..इसीलिए मैं कहता हूँ, लड़कों का रोना शुभ नहीं होता है, किसी के लिए भी..❤️
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