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Showing posts from January, 2019

राम मंदिर की घोषणा के पीछे का असली खेल समझो हिन्दुओ

राम मंदिर की घोषणा के पीछे का असली खेल समझो हिन्दुओ, 👇👇👇👇👇 इन करोडों रुपये के घडाईदार पत्थरों में से राम मंदिर के शिलान्यास की घोषणा करने वाले कांग्रेस के एजेंट स्वरूपानंद सरस्वती जी ने एक पत्थर तक नहीं घड़वाया, ना ये इस अभियान में कभी भाग लिए,

स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी

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स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी, आदि शंकराचार्य द्वारिका पीठ 👇👇👇👇👇 अगर मन्दिर इनको बनवाना होता तो ये तब जवान थे, जब करपात्री महाराज व उनके शिष्यों पर इन्दिरा गांधी ने गोलियां चलवाई थी, 250 से ज्यादा साधुओं की नृशंस हत्या की गई थी कांग्रेस की शह पर,

आपके पाँव बहुत खूबसूरत है इन्हें ज़मीन पर मत उतारिये, मैले हो जाएंगे ...

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राजकुमार पाकीज़ा में मीना कुमारी को पाँव नीचे न रखने को कह रहे हैं। उन्होंने प्रोप्रियोसेप्शन पर एस्थेटिक्स को तरजीह दे दी है। पाँव किसलिए हैं ?

आँसूओं की महिमा

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आँसू जब तक आँखों में हैं , वे विज्ञान और कला के साझे हैं। जैसे ही वे निचली पलक से नीचे ढलके कि उन पर कला का एकाधिकार हुआ। चित्र में एक वायलिनिस्ट-छात्र अपने दिवंगत गुरु के लिए बजाता हुआ।

मकान किराया भत्तेt (एचआरए) पर कर-छूट का प्रावधान, Income Tax Rebate on House Rent

मकान किराया भत्तेt (एचआरए) पर कर-छूट का प्रावधान, Income Tax Rebate on House Rent बड़ी संख्या में नौकरीपेशा लोग अपने सैलरी पैकेज के एक हिस्से के रूप में हर माह ही मकान किराया भत्ताn (एचआरए) हासिल करते हैं। यहां तक कि बड़े-बड़े पदों पर रहने वाले कंपनियों के डायरेक्टर्स भी एचआरए प्राप्त करते हैं, जिससे उन्हें इनकम टैक्स बचाने में मदद मिलती है। आयकर अधिनियम की धारा 10(13ए) और नियम 2ए में मकान किराया भत्तेन (एचआरए) पर कर-छूट का प्रावधान किया गया है।

मम्मी ने खाने में परोस दिए जले हुए टोस्ट, जिन्हें देख पापा बोले- मुझे जले टोस्ट बहुत पसंद हैं, लेकिन बेटा जानता था कि वो झूठ बोल रहे हैं

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जब बेटे ने पापा से पूछी झूठ बोलने की वजह, तो उन्होंने दिया दिल छू लेने वाला जवाब खबर जरा हटके डेस्क.  सबकी लाइफ में कभी ना कभी ऐसी कुछ घटनाएं जरूर होती हैं जो जिंदगी भर के लिए बहुत कुछ सीखा जाती हैं। एक शख्स के साथ बचपन में भी ऐसा ही  कुछ  हुआ, जो उसे बहुत बड़ी सीख दे गया। शख्स के मुताबिक एक बार उसकी मां ने डिनर में बिल्कुल जले हुए टोस्ट परोस दिए थे, तब उसे लग रहा था कि उसके पिता गुस्सा करेंगे, लेकिन उन्होंने ना केवल वो टोस्ट चुपचाप खा लिए बल्कि ये भी कहा कि उन्हें जले टोस्ट पसंद हैं। बच्चे को पता था कि पिता झूठ बोल रहे हैं, इसके बाद जब उसने उनके पास जाकर इसकी वजह पूछी तो उन्होंने जो जवाब दिया, उसे वो बच्चा कभी नहीं भूल सका। बड़े होने के बाद उस शख्स ने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसे शेयर किया।  उस शख्स ने लिखा, 'जब मैं 8 या 9 साल का था, तब मेरी मां हम लोगों के लिए खाना बनाती थी, उन्हें ये काम बेहद पसंद था। उसी दौरान एक रात का ये किस्सा मैं कभी नहीं भूल सकता।' - उसके मुताबिक, 'एक बेहद लंबे और थकान भरे दिन के बाद जब मां खाना नहीं बना पाई तो डिनर में उन्होंने हमें ज

What is RSS ? | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ क्या है?

* 🏹🚩संघ को जानना जितना आसान है, समझना उतना ही मुश्किल" *_संघ के काम के बारें में जो दिखाया जाता है, जो बताया जाता है. वो संघ का काम नहीं है बल्कि संघ के स्वयंसेवकों का काम है.संघ का काम तो सिर्फ़ शाखा चलाना है. शाखाओं में मनुष्यों का निर्माण होता है और यह सुनिश्चित करना कि ऐसा ही माहौल पूरे देश में निर्मित्त हो बस संघ का इतना छोटा सा काम है._*

महाभारत के अनसुने तथ्य

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1. सहदेव को युद्ध के बारे में सबकुछ पता था, लेकिन उन्होंने किसी और को सूचित नहीं कियाक्योंकि उन्हें शाप दिया गया था कि अगर उन्होंने इसेकिसी के सामने प्रकट किया, तो वह मर जाएगा।

श्री हनुमान जी और बाली के युद्ध की कथा

श्री हनुमान जी और बाली युद्ध की कथा 〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️🔸〰️〰️ कथा का आरंभ तब का है ,, जब बाली को ब्रम्हा जी से ये वरदान प्राप्त हुआ,, की जो भी उससे युद्ध करने उसके सामने आएगा,, उसकी आधी ताक़त बाली के शरीर मे चली जायेगी,,

ये जीवन है ...

माइकल जैक्सन 150 साल जीना चाहता था! - पर ५० के उमर मे मौत-जीवन को कैसे जीयें ?  किसी सेे साथ हाथ मिलाने से पहले दस्ताने  पहनता था!  लोगों के बीच में जाने से पहले मुंह पर मास्क  लगाता था !

सनातन भारतीय परंपराएं और इनके वैज्ञानिक तर्क

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सनातन भारतीय परंपराएं और इनके वैज्ञानिक तर्क 1- कान छिदवाने की परम्परा: 〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️ भारत में लगभग सभी धर्मों में कान छिदवाने की परम्परा है। वैज्ञानिक तर्क👉 दर्शनशास्त्री मानते हैं कि इससे सोचने की शक्त‍ि बढ़ती है। जबकि डॉक्टरों का मानना है कि इससे बोली अच्छी होती है और कानों से होकर दिमाग तक जाने वाली नस का रक्त संचार नियंत्रित रहता है।